अनुभवी ऑन्कोलॉजिस्ट (कैंसर रोग विशेषज्ञ) से जानें इलाज के बाद कैंसर उत्पन्न होने के कारण?
बता दे की दुनिया भर में 10 मिलियन लोग कैंसर की चपेट में आने या इलाज करवाने के बाद भी खुद को ठीक नहीं करवा पाते। वही कैंसर की बीमारी का इतना इलाज करवाने के बाद भी ये खतरनाक बीमारी क्यों और किस प्रकार वापिस आती है इसके बारे में आज लेख में बात करेंगे, तो अगर आप भी इस बीमारी के वापिस आने के खतरे को लेकर परेशान है तो इसके लिए आर्टिकल को अंत तक जरूर से पढ़े ;
क्या है कैंसर की बीमारी ?
- जब हमारे शरीर में कुछ सेल अनियंत्रित रूप से बढ़ने लगते है तो यह कैंसर की शुरुआत करते है।
- वही अनियंत्रित रूप से बढ़ रही यह कोशिकाएं इतनी शक्तिशाली होती है, कि यह शरीर के सामन्य उत्तकों में घुसपैठ करके उन्हें नष्ट कर देती है, जिससे कैंसर पूरे शरीर में फैल जाता है।
कैंसर का विकास कैसे होता है ?
- कैंसर शरीर की अपनी ही कोशिकाओं से विकसित होती है। वही किसी एक कोशिका के जीन के भीतर आने वाले बदलाव के साथ ही इसकी शुरुआत होती है।
- इसके अलावा आनुवंशिक बदलाव या म्यूटेशन किसी कोशिका के सामान्य कार्य में रूकावट भी बन सकती है।
- वही कैंसर आक्रामक मैलिग्नेंट कोशिकाएं अपनी सीमाओं का अतिक्रमण कर आसपास के टिश्यू/अंगों तक भी फैलाती है। इस प्रक्रिया को मैटास्टेसाइजिंग भी कहा जाता है।
अगर आपमें भी कैंसर का विकास उपरोक्त तरीके से होना शुरू हो चूका है तो इसके लिए आपको पंजाब में कैंसर डॉक्टर का चयन करना चाहिए।
कैंसर का खतरा दोबारा कैसे पनपता है ?
- कैंसर का खतरा उस स्थिति में दोबारा पनपना शुरू करते है जब कुछ समय तक निष्क्रिय रहने के बाद मैलिग्नेंट कोशिकाएं दोबारा बढ़ने लगती है।
- वही रेडिएशन थेरेपी या कीमोथेरेपी से कैंसर का इलाज करने पर, कैंसरकारी कोशिकाएं लिंफेटिक ब्लड वैसल्स के जरिए शरीर के अन्य भागों में फैल सकती है।
अगर कैंसर का खतरा फिर से आपमें उत्पन्न हो गया है तो इसके लिए आपको लुधियाना में कैंसर अस्पताल से सम्पर्क करना चाहिए।
कैंसर का खतरा बढ़ता किन कारणों से है ?
- कैंसर के बढ़ने की बात करें, तो ये गलत खानपान, लाइफस्टाइल, स्मोकिंग, ड्रिंकिंग, प्रदूषण, केमिकल से संक्रमित भोजन का सेवन करने, HPV, हेपेटाइटिस-बी और सी जैसी संक्रमण वाली बीमारियों के शामिल होने की वजह से होते है।
क्या है कैंसर के इलाज की प्रक्रिया ?
- कैंसर के इलाज के प्रक्रिया की बात करें तो इसमें कीमोथेरेपी, हार्मोन थेरेपी, इम्युनोथेरेपी और रेडिएशन थेरेपी आदि शामिल है।
- इसके अलावा कई बार डॉक्टर के द्वारा मरीज़ की स्थिति में सुधार लाने के लिए कई तरह के इलाज विकल्पों का सहारा लिया जाता है। लेकिन इसके बावजूद, कैंसर का दोबारा पनपना मरीज़ों और उनकी देखभाल में जुटे लोगों के लिए काफी प्रमुख चिंता का विषय बना हुआ है।
सुझाव :
- याद रखें यदि आप कैंसर का उपचार करवाने के बारे में सोच रहें है, तो इस दौरान आपके कैंसर की सूक्ष्य कोशिकाएं कुछ समय के लिए छुप सकती हैं इसलिए आपकी अगर कैंसर की बीमारी ठीक होने के बाद फिर से उत्पन्न हो गई है तो इसके लिए आपको डॉ बिंद्रा कैंसर क्लिनिक से उपचार के बाद नियमित जाँच करवाते रहना चाहिए।
निष्कर्ष :
- कैंसर की बीमारी काफी खतरनाक मानी है, क्युकि इससे मरने वालों की गिनती पूरे दुनिया में बढ़ते जा रहीं है, तो अगर आप भी चाहते है की कैंसर का खतरा ज्यादा न बढ़े तो इसके लिए आपको समय-समय पर जाँच करवाते रहना चाहिए।