प्रमिला देवी” से जानिए की कैसे ब्रेस्ट कैंसर की समस्या को मात दे वो भी चुटकियों में !
ब्रेस्ट यानि की छाती के कैंसर का नाम सुनकर लोगों के पैरों तले की जमीन खिसक जाती है, क्युकी यह समस्या है भी काफी खतनाक। इसके अलावा ये समस्या ज्यादातर महिलाओं को अपनी गिरफ्त में लेती है और तो और इस समस्या का बहुत सी महिलाओं को पता ही नहीं चलता, पर घबराए न बल्कि हम आपको बताएंगे की आप कैसे जान सकते है की आप ब्रेस्ट कैंसर की समस्या का सामना कर रहें है, इसके अलावा हम आज के लेख में एक ऐसी महिला जिनका नाम “प्रमिला देवी” है के बारे में चर्चा करेंगे और जानेगे की कैसे इन्होंने ब्रेस्ट कैंसर जैसे भयानक बीमारी को भी मात दिया ;
ब्रेस्ट कैंसर की पहचान कैसे करें ?
- स्तन में गांठ या उसका मोटा होना, वो भी बिना किसी दर्द के।
- स्तन के आकार या स्वरूप में परिवर्तन का आना।
- त्वचा में गड्ढे, लालिमा, गड्ढे या अन्य परिवर्तन का आना।
- निपल की उपस्थिति या निपल के आसपास की त्वचा में परिवर्तन का आना।
- निपल से असामान्य या खूनी तरल पदार्थ का निकलना।
- स्तन की त्वचा में ढीलापन या सिकुड़ापन।
- कंधे के नीचे गांठ जैसी सूजन का महसूस होना।
स्तन कैंसर की पहचान करके आप पंजाब में कैंसर डॉक्टर का चयन कर सकते है।
“प्रमिला देवी” को कैसे पता चला की उन्हें कैंसर की समस्या है ?
- इस पर प्रमिला देवी ने कहा की उन्हें काफी दिनों से अपने स्तन के हिस्से में सूजन जैसा कुछ महसूस हो रहा था लेकिन फिर भी उन्होंने इसे नज़रअंदाज़ किया और अपने बच्चों और अपनी फॅमिली के साथ आम महिलाओं की तरह वो समय व्यतीत करने लगी।
- फिर ऐसे ही कुछ दिन बीत गए तो अचानक प्रमिला ने अपने किसी दोस्त के ब्रैस्ट कैंसर के कारण मौत के मामले को सुना और जब जाना की किन कारणों से उन्हें इस समस्या का सामना करना पड़ा, तो ये सुन कर मानों प्रमिला के पैरों तले की जमीन खिसक गई हो।
- फिर प्रमिला इस बात को जानकर काफी परेशान हुई और उन्हें सदमा भी लगा की कैसे उन्हें ये कैंसर हो सकती है, वहीं प्रमिला की हालत ऐसी हो गई थी की वो इस समस्या को अपने परिवार के साथ भी नहीं बाट सकती थी, क्युकी वो उनके चेहरे पर परेशानियों की लकीरे नहीं देखना चाहती थी।
- ऐसे ही कुछ दिन और बीत गए, और प्रमिला की हालत और नाजुक होते जा रही थी, लेकिन प्रमिला ने फैसला किया की जितने दिन उसके पास बचे है, वो ख़ुशी-ख़ुशी अपने परिवार के साथ बिताएगी और जब आखिरी दिन होगा तो मौत तो निश्चित ही है।
- लेकिन फिर हुआ ऐसा की प्रमिला की ब्रेस्ट कैंसर की रिपोर्ट एक दिन उनके पति के हाथ लग गई, जिसको जानने के बाद पति ने प्रमिला को हौसला दिया की सब ठीक होगा और ऐसा करके वह बेहतरीन ब्रेस्ट कैंसर हॉस्पिटल या क्लिनिक का चयन उन्होंने किया।
- आगे क्या हुआ उनके कैंसर के गंभीर लक्षण देखने के बाद डॉक्टर ने कैसे उनकी मदद की क्या वो इस समस्या को मात दे पाई या नहीं इसके बारे में आगे चर्चा करते है।
कैंसर की समस्या जैसे ही गंभीर बने तो इससे बचाव के लिए आपको जल्द लुधियाना में कैंसर अस्पताल का चयन करना चाहिए।
कैंसर की समस्या से बचाव के लिए बेस्ट क्लिनिक !
- फिर आगे प्रमिला व उनके पति ने डॉ बिंद्रा कैंसर क्लिनिक का चयन किया, इस क्लिनिक के चयन के बाद इस क्लिनिक के डॉक्टर्स ने प्रमिला देवी के सभी टेस्ट किए और टेस्ट से पता चला की वो अगर कुछ दिन और लापरवाही करते तो उनकी मौत निश्चित थी, लेकिन प्रमिला जी का डॉक्टर्स की तरफ से इलाज शुरू कर दिया गया था,और इलाज के बदौलत कुछ ऐसा हुआ की जिसकी उम्मीद किसी को नहीं थी और वो था की प्रमिला देवी ने ब्रैस्ट कैंसर की समस्या को मात दे दिया और इस समस्या से वो खुद को आसानी बाहर निकाल पाई।
- इतना ही नहीं प्रमिला देवी ने बताया की किस तरह से वो सब कुछ हार कर बैठ गई थी की अब वो ठीक नहीं हो सकती लेकिन डॉ मनप्रीत सिंह बिंद्रा व उनकी टीम ने उनका काफी हौसला बढ़ाया और उनको काफी हिम्मत दी की सब ठीक होगा और इसी के बदौलत वो इस समस्या से खुद को बाहर निकाल पाई।
- इसके अलावा प्रमिला देवी ने बताया की किस तरह से इस क्लिनिक के सभी स्टाफ अपने मरीज़ का ध्यान बिलकुल अपनों जैसा रखते है यहाँ आकर ऐसा लगता है की व्यक्ति हॉस्पिटल में नहीं आया है। वहीं इन सब को देखने के बाद उन्होंने इस क्लिनिक के सभी स्टाफ का दिल से धन्यवाद किया और खुशी-ख़ुशी अपने परिवार के साथ अपने घर को गई।
निष्कर्ष :
कैंसर काफी खतरनाक समस्या है, इसके बारे में कोई दो राय नहीं है, लेकिन इसके बाद भी आप इस समस्या से खुद का बचाव कर सकते है, अगर आपका हौसला बुलंद है और आपकी फॅमिली आपके साथ है, ठीक जैसे प्रमिला देवी के परिवार व उनके पति ने उनका साथ दिया और डॉक्टरों ने उनके हौसले को बढ़ाया तो उन्होंने ब्रेस्ट कैंसर की समस्या को मात दें दिया, तो ठीक आप भी ऐसा कर सकते है।