Categories
गंभीर लीवर कैंसर की बीमारी को जानिए डॉक्टरों की मदद से कैसे सफल बनाया गया है ?
कैंसर की बीमारी तब विकसित होती है जब सामान्य रूप से कार्य करने वाली कोशिकाएं उत्परिवर्तन से गुजरती है और नियंत्रण से बाहर हो जाती है, जिससे ट्यूमर का निर्माण होता है और यह किसी भी ऊतक में हो सकता है। जब लीवर कोशिकाएं (यकृत कोशिकाएं) नियंत्रण से बाहर हो जाती है, तो इसे यकृत कैंसर कहा जाता है। वही यकृत कैंसर की समस्या को जगदीप ने कैसे मात दिया है, इसके बारे में आज के लेख में चर्चा करेंगे ;
क्या है लीवर कैंसर ?
- लीवर शरीर के महत्वपूर्ण और सबसे बड़े अंगों में से एक है। और यह उदर गुहा के ऊपरी दाएँ भाग की ओर स्थित होता है।
- कई कैंसर जो शरीर के अन्य अंगों जैसे फेफड़े, स्तन, या कोलन में उत्पन्न होते है और फिर यकृत में फैल जाते है, उसे दूसरे यकृत कैंसर के रूप में जाना जाता है। इसे मेटास्टैटिक लिवर कैंसर भी कहते है, और यह प्राथमिक कैंसर जितना ही आम है।
कार्य क्या है लीवर का ?
- पित्त उत्पादन, जोकि भोजन के पाचन के लिए आवश्यक है, विशेषकर वसा के लिए।
- लाल रक्त कोशिकाओं की नियंत्रित कोशिका मृत्यु यकृत में होती है जहां से बिलीरुबिन निकलता है। यह पित्त रस का प्रमुख भाग होता है।
- चयापचय होना वो नहीं विभिन्न उत्पादों जैसे भोजन, दवाएँ रक्त आदि का।
- रक्त में प्लाज्मा प्रोटीन का उत्पादन होना।
- कोलेस्ट्रॉल का उत्पादन होना।
- ग्लाइकोजेनेसिस।
- ऑर्निथिन चक्र (जहरीली अमोनिया का यूरिया में रूपांतरण)।
- रक्त का थक्का जमने आदि का नियमन।
ये उपरोक्त लीवर के कार्य है, लेकिन जब लीवर में कैंसर उत्पन्न हो जाए तो इनका कार्य भंग हो जाता है। इसलिए जरूरी है की लीवर कैंसर होने पर आपको जल्द पंजाब में कैंसर डॉक्टर का चयन करना चाहिए।
लीवर कैंसर के संकेत क्या है ?
- बिना किसी वजह के वजन का घटना।
- जी मिचलाना।
- दाहिने कंधे के पास में दर्द का होना।
- पेट के दाहिनी तरफ़ दर्द का होना।
- पसलियों के नीचे गांठ की उपस्थिति का महसूस होना।
- भूख में कमी का आना।
- थकान महसूस होना।
- सूजन की समस्या का सामना करना।
- मूत्र का गहरा पीला होना।
- पीलिया की समस्या का सामना करना।
इनके संकेतो को जानकर आप इनका इलाज आप लुधियाना में कैंसर अस्पताल से भी करवा सकते है।
जानिए जगदीप की जुबानी की कैसे उन्होंने लीवर कैंसर को दी मात ?
- लीवर कैंसर जोकि काफी खतरनाक समस्या है, इसके बारे में कोई दो राय नहीं है। वहीं लीवर कैंसर को लेकर जगदीप का कहना है की उसे तो अंदाज़ा ही नहीं था की वो इस तरह की समस्या का सामना कर सकता है, लेकिन जब उसे जी मिचलाने उल्टी आने, थकावट, भूख में कमी जैसे लक्षण नज़र आने लगें, तो उन्होंने डॉक्टर से अपनी परेशानी बताई, फिर हुआ ये की डॉक्टर ने उन्हें टेस्ट करवाने की सलाह दी।
- फिर जब जगदीप की टेस्ट की रिपोर्ट आई तो उसमे साफ़ नज़र आ रहा था की उनके लीवर में कैंसर है।
- रिपोर्ट को देखने के बाद जगदीप के डॉक्टर ने उन्हे डॉ बिंद्रा कैंसर क्लिनिक से अपना इलाज करवाने की बात कही, क्युकी यहाँ पर अभी तक ब्लड, स्किन, ब्रेस्ट और लीवर कैंसर का इलाज सफलतापूर्वक किया गया है।
- फिर जगदीप अपनी रिपोर्ट साथ लेकर डॉ बिंद्रा कैंसर क्लिनिक पहुंचे और यहाँ से अपना इलाज उन्होंने शुरू करवाया, इस इलाज के बदौलत उन्होंने इस भयंकर बीमारी को मात दे दिया और इस समस्या से उन्होंने निजात भी पा लिया।
क्या कहना है जगदीप का “डॉ बिंद्रा कैंसर क्लिनिक” के डॉक्टर्स के बारे में !
- जगदीप का कहना है की वो अपने लीवर कैंसर के आखिरी स्टेज पर थे, लेकिन डॉक्टर्स की मेहनत, लगन और सिद्दत को देखकर उनका हौसला भी बढ़ा, जिसके चलते उन्होंने इस भयंकर बीमारी को मात दे दिया, इसलिए वो दिल से इस क्लिनिक के समस्त डॉक्टर्स और स्टाफ का धन्यावाद करते है।
- ठीक जैसे जगदीप ने लीवर कैंसर की समस्या को मात दिया है अगर आप चाहें तो ऐसे ही हिम्मत और हौसले के बल पर आप भी इस समस्या को मात दे सकते है। बस जरूरी है की इसके लिए आपको बेहतरीन डॉक्टर्स का सहारा लेना चाहिए।